Thursday 23 October, 2008

गर्लफ्रेंड दिला रही हैं सक्सेस



यह माना जाता है कि आगे बढ़ने के लिए लड़कियां लड़कों का सहारा लेती हैं। हालांकि आजकल अपोजिट ट्रेंड नजर आ रहा है। अब लड़के भी लड़कियों का हाथ थाम कर सफलता की राह पर आगे बढ़ने लगे हैं। यानी लड़कों को उनकी मंजिल तक पहुंचाने में लड़कियां उनकी पूरी मदद कर रही हैं :
इन दिनों पूरी दुनिया में छाई आर्थिक मंदी की वजह से ज्यादातर कंपनियां कॉस्ट कटिंग में बिजी हैं। ऐसे में आदित्य की कंपनी कैसे अछूती रह सकती थी। मंदी का असर उसकी कंपनी पर भी पड़ा और कॉस्ट कटिंग के प्रोसेस के दौरान दूसरे ट्रेनी इंजीनियर्स के साथ आदित्य को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। लोन लेकर पढ़ाई पूरी करने वाले आदित्य की समझ में नहीं आ रहा था कि अब वह क्या करे। ऐसे में उसकी गर्लफ्रेंड सुमन ने उसकी पूरी मदद की। एक मल्टीनैशनल कंपनी के एचआर डिपार्टमेंट में इग्जेक्युटिव सुमन ने आदित्य को हिम्मत बंधाई। उसने अपने लेवल पर न सिर्फ आदित्य का रिज्यूमे कई जगह फॉरवर्ड किया, बल्कि मार्केट के कई सीनियर लोगों से भी बात की। यह मार्केट में सुमन की अच्छी जान-पहचान का ही कमाल था कि आदित्य को कुछ समय में अच्छी जॉब मिल गई।
ज्यादा दिनों की बात नहीं है, जब कहा जाता था कि लड़कियां नौकरी या दूसरे कामों के लिए लड़कों का सहारा लेती हैं। लेकिन माडर्न एज में लड़कियां इतनी तेजी से ताकतवर होकर उभरी हैं कि लड़के भी सेटल होने के लिए उनकी मदद लेने लगे हैं। अब इसे खूबसूरत चेहरे का कमाल कहिए या फिर बेबाक अंदाज में बोलने का स्टाइल, लेकिन यह सच है कि लड़कियां अपने बॉस या इंडस्ट्री के सीनियर लोगों को लड़कों के मुकाबले जल्दी प्रभावित कर लेती हैं। इसी वजह से उन्हें बॉयफ्रेंड को सेटल कराने में ज्यादा परेशानी नहीं उठानी पड़ती।
अगर फिल्म इंडस्ट्री पर नजर डालें, तो यहां भी यह ट्रेंड बदस्तूर जारी है। अभी तक सलमान खान को कई हीरोइनों का करियर संवारने के लिए जाना जाता था, लेकिन अब हीरोज भी हीरोइनों की सहायता से करियर बनाने लगे हैं। क्या आप अभिषेक अवस्थी को जानते हैं? अगर याद नहीं आ रहा, तो अपनी याददाश्त को दोष न दें। अच्छा राखी सावंत के बॉयफ्रेंड से तो आप परिचित होंगे न। अब आपको ध्यान आ गया होगा कि हम किस अभिषेक अवस्थी की बात कर रहे हैं। दरअसल, राखी के नाम के सहारे उन्होंने जो पहचान बनाई, वह उनके नाम के साथ राखी का नाम लिए बिना पूरी ही नहीं होती। कुछ ऐसी कहानी `मॉनसून वेडिंग´ से अपने करियर की शुरुआत करने वाले रणदीप हुड्डा की भी है। रणदीप नाम सुनते ही सुष्मिता सेन के एक्स बॉयफ्रेंड का ध्यान आता है। सभी मानते हैं कि सुष्मिता ने अपनी पहुँच का प्रयोग करके रणदीप को कई फिल्में दिलवाई थीं।
गोविंदा के भांजे कृष्णा को अपने मामा का सपोर्ट तो मिला, लेकिन बिंदास कश्मीरा के साथ अफेयर ने उन्हें खूब पब्लिसिटी दिलवाई। पिछले साल के रियलिटी शो में दोनों जमकर साथ नाचे और दर्शकों की नजरों में चढ़ गए। उसी की बदौलत अब दोनों को नाम व काम मिल रहा है। इसी तरह लारा दत्ता के मॉडल बॉयफ्रेंड कैली दोरजी को भी लारा के साथ चले लंबे अफेयर की बदौलत मुफ्त की पब्लिसिटी मिल चुकी है। लंबे अफेयर के बावजूद कैली को लारा भले ही नहीं मिलीं, लेकिन इंडस्ट्री में अच्छी-खासी पहचान जरूर मिल गई है। ये नाम एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के लोगों की उस लिस्ट के चंद उदाहरण हैं, जो अपनी पहचान से ज्यादा अपनी गर्लफ्रेंड के नाम से जाने जाते हैं।
अब अध्ययन सुमन को ही लीजिए। शेखर सुमन के बेटे अध्ययन ने कुछ समय पहले इंडस्ट्री में कदम रखा है और उनकी तमाम कोशिशों के बावजूद अध्ययन को किसी ने नोटिस नहीं किया। इसके बाद भट्ट कैंप ने अध्ययन `राज-2´ में कंगना के अपोजिट साइन किया और तब से दोनों के प्यार के चर्चे सभी की जुबां पर हैं। वैसे, अध्ययन से पहले हरमन बावेजा भी प्रियंका चोपड़ा का दामन थामकर लोकप्रियता पा चुके हैं। बता दें कि हरमन को उनके पापा हैरी बावेजा ने `लवस्टोरी 2050´ से लॉन्च किया था। हालांकि फिल्म की पब्लिसिटी में उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी, लेकिन लोग उन्हें प्रियंका के बॉयफ्रेंड के तौर पर ज्यादा जानते हैं और इसी पॉपुलैरिटी के आधार पर हरमन को दिलचस्प ऑफर्स भी मिल रहे हैं।
भले ही हर फील्ड में काम कर रही लड़कियां अपने बॉयफ्रेंड को सेटल करा रही हों, लेकिन कोई भी इस बात को खुलेआम स्वीकार करने को तैयार नहीं है। एक जानी-मानी कंपनी के एचआर हेड कहते हैं कि ऐसा कुछ नहीं है कि लड़कियां अपने कॉन्टैक्ट की वजह से अपने बॉयफ्रेंड को नौकरी दिलवा देती हैं। हमारी कंपनी में नौकरी कैंडिडेट की क्वालिफिकेशन और काबिलियत को देखकर दी जाती है। इसके उलट एचआर इग्जेक्युटिव राजेश इस बात से सहमत हैं कि लड़कियां अपने कॉन्टैक्ट्स और पहुँच का इस्तेमाल करके बॉयफ्रेंड को जॉब दिलाने में मदद कर रही हैं। वह कहते हैं कि आजकल कॉम्पटीशन के युग में एक पोस्ट के लिए बहुत सारे लोग योग्यता रखते हैं। ऐसे में वही कामयाब होगा, जिसे अपनी योग्यता दिखाने का मौका मिलेगा। भले ही लड़कियां बॉयफ्रेंड नौकरी ना दिला पाएं, लेकिन उन्हें इंटरव्यू का चांस तो जरूर दिला देती हैं।

1 comment:

  1. अरे प्रशांत भाई काफी उम्दा ब्लॉग है.. आपका वाकई में ... बहुत ईमानदारी से लिखे हैं सारे लेख आपने... मेरठ में पैदा होकर और आईआईएमसी में पढ़ने के बाद आज के समाचारपत्रों में काम करना और पत्रकारिता करना मुश्किल भरा हैं. ... ऐसे में मन की बातों को लोगों के बीच रखने का अच्छा तरीका है... ब्लॉग...
    राजेश कुमार
    हैद्राबाद

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